Friday, 3 December 2010

मन्दिर निर्माण की प्रगति श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन


मन्दिर निर्माण की प्रगति श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन
लकड़ी का बना हुआ मन्दिर का एक माडल और वर्ष 1989 में पूजित 2.75 लाख रामशिलाएं भी इसी कार्यशाला में रखी हैं। प्रतिदिन दर्शनार्थी इन्हें देखने के लिए अयोध्‍या आते हैं।


सितम्बर 1990 में अयोध्या में मन्दिर निर्माण हेतु पत्थरों की आपूर्ति और ड्राईंग के अनुसार पत्थरों की नक्काशी प्रारम्भ हुई। अप्रैल 1992 से पत्थर नक्काशी के काम में गति आई। बसन्त पंचमी 1996 से राजस्थान के पिण्डवाड़ा कस्बे में 3 कार्यशालाओं को नक्काशी का काम अनुबन्ध पर दिया गया। कार्य को तीव्र गति से करने के लिए अयोध्या में 2 बड़ी कटर मशीन लगाई गईं। संगमरमर की चौखट बनाने का काम मकराना (राजस्थान) में अनुबन्ध पर दिया गया। आज तक मन्दिर के फर्श पर लगने वाला सम्पूर्ण पत्थर, भूतल पर खड़े होने वाले सभी 106 स्तम्भ, भूतल एवं प्रथम तल के रंगमण्डप और गर्भगृह की दीवारें, भूतल की छत के बीम की नक्काशी पूर्णता की ओर है। नक्काशी किया हुआ सम्पूर्ण पत्थर अयोध्या में रामघाट पर स्थित कार्यशाला में दर्शनार्थ रखा गया है। लकड़ी का बना हुआ मन्दिर का एक माडल और वर्ष 1989 में पूजित 2.75 लाख रामशिलाएं भी इसी कार्यशाला में रखी हैं। प्रतिदिन दर्शनार्थी इन्हें देखने के लिए अयोध्‍या आते हैं।

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