Sunday, 16 January 2011

! मम दीक्षा हिन्दु रक्षा, मम मन्त्र समानता !

! मम दीक्षा हिन्दु रक्षा, मम मन्त्र समानता !
"कीसी भी मुसलमान या ईसाइ को अपने मात्र २००० साल पुर्व जन्मे कीसी भी व्यक्ति
का नाम बताने को कहेन्गे तो वो नही बता सकेगा ! यही सवाल यदि एक छोटे हीन्दु
बच्चे को पुछेन्गे तो वो फ़टाक से कहेगा-भगवान राम,क्रुष्न,अर्जुन...हजारो वर्षो
का ईतिहास जिनकी नसो मे रेन्ग रहा है उसे चुनौती देने वाले पैदा हुए है,इतनी
हिम्मत उनमे कहा से आइ ?आज हरी टोपी पहनकर बीरियानी खाने की होड लगी है ,भगवी
टोपी पहनकर रामजी का प्रसाद बाटने की हिम्मत चाहिए ! समुची राजनीती का
हिन्दुकरण चाहिये ! तब कोइ भी गौ हत्या करने से पहले सौ बार सोचेगा!बाबर कोइ
बडे विकास का प्रोजेक्त ले कर या सेकुलरीज़म का नारा लेकर नहि आया था ,वो सिर्फ़
मन्दिरो को तोडने और लुटने के लिये ही आया था! जिन्होने एक बार भी पयगम्बर का
कार्टुन या सद्दाम हुसेन को नही देखा वो लोग पुरे देश मे विरोध प्रदर्शन और
दन्गे कर हिन्दुओ के घर जलाते रहे है! देवी देवताओ की गन्दी तसवीरे बनाकर उसको
कला का नाम देने वाला खुले आम घुम रहा है!पहले मुस्लिम तुष्टिकरण होता था,आज
आतन्क्वादी तुष्टिकरण हो रहा है,इनमे राष्ट्रपति भी बाकात नहि !इन्ग्लेन्ड मे
अगर सन्सद का प्रारम्भ बाइबल से हो रहा है तो यहा वेदमन्त्रो से क्यो नहि
?सुर्य-नमश्कार से इतना परहेज़ क्यो ?आज की हम हीन्दुओ की उपस्थीति हि हमारे
गौरव पुर्ण इतिहास का सबुत है!काल भी इस धर्म को चुनौती नही दे सकता!न जाने
कितने युगो से चले आ रहे इस धर्म को इसी लिये तो सनातन धर्म कहते है!भारत के
इस्लामी करण का अभियान चल रहा है!देश की राजनीती का अगर परीवर्तन नही हुआ तो
देश सलामत नही होगा!हिन्दु-रक्षा के लीये मतदान करना पडेगा !सम्विधान से इस देश
को हिन्दुस्थान बनाना पडेगा !

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