Tuesday 25 January 2011

आज हिन्दुस्तान मे सिर्फ शरीफ आदमी ही परेशान नही है, बल्की चोर, बदमाश भी परेशान हो चुके है, क्योकि उन्हें अपने से बडे चोर मिलते है ।


आज हिन्दुस्तान मे सिर्फ शरीफ आदमी ही परेशान नही है, बल्की चोर, बदमाश भी परेशान हो चुके है, क्योकि उन्हें अपने से बडे चोर मिलते है ।

इस देश का क्या होगा ? 

आज हिन्दुस्तान मे सिर्फ शरीफ आदमी ही परेशान नही है, बल्की चोर, बदमाश भी परेशान हो चुके है, क्योकि उन्हें अपने से बडे चोर मिलते है । एक कहानी याद आ रही है जो मै आप लोगो के साथ बाटना चाहुँगा :-
तीन इंजीनियर और तीन वकील कांफ़ैस के लिए टे्न से जा रहे थे ।तीनो वकीलो ने अपना-अपना टिकट खरीदा ।लेकिन तीनो इंजीनियरों ने मिलकर केवल एक ही टिकट खरीदा । एक वकील ने पूछा,"आप एक ही टिकट से कैसे काम चलाएँगे ?
"इंजीनियरों ने जवाब दिया " देखते जाओ ।" वे गाडी मे चढ गये ।वकील अपनी रिजर्व सीटों पर बैठ गए । लेकिन तीनो इंजीनियरों ने खुद को शौचालय मे बंद कर लिया ।गाडी चल पडी l कंडक्टर टिकट जांच करने आया और उसने शौचालय का दरवाजा खटखटाया । एक हाथ बाहर आया जिसने टिकट पकडा हुआ था ।कंडक्टर संतुष्ठ होकर चला गया । वकील हक्के-बक्के पड गए । उन्होंने कहा,"हमने ऐसा क्यों नहीं सोचा?"
वापसी पर उन्होंने तय किया कि वे भी वही करेंगे जो इंजीनियरों ने किया ।अपनी वापसी यात्रा पर उन्होंने एक ही टिकट खरीदा । उन्होंने देखा कि वे तीन इंजीनियर भी उसी गाडी से वापस लौट रहे थे।लेकिन इस बार उन्होंने एक भी टिकट नहीं खरीदा । वकील हैरान थे । उन्होंने पूछा,"तुम बिना टिकट कैसे काम चलाओगे?" इंजीनियरों ने जवाब दिया " देखते जाओ ।" वे सभी गाडी मे सवार हो गए ।गाडी चल पडी ।तीनो इंजीनियरों और तीनो वकीलो ने खुद को दो अलग-अलग शौचालय मे बंद कर लिया ।कुछ देर बाद उनमें से एक इंजीनियर बाहर आया और वकीलों के शौचालय का दरवाजा खटखटाते हुए टिकट माँगी । एक हाथ बाहर आया जिसमे टिकट था । इंजीनियर ने टिकट पकडा और अपने शौचालय मे चला गया ।
कहानी का सार यह है कि हर भक्छक न सिर्फ रास्ता खोज रहा है कि किस तरह सिस्टम को बाईपास किया जाए बल्कि इसमे मुकाबला भी हो रहा है कि सबसे बडा चोर कौन है ।

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