मन्दिर निर्माण की प्रगति श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन
लकड़ी का बना हुआ मन्दिर का एक माडल और वर्ष 1989 मेंपूजित 2.75 लाख रामशिलाएं भी इसी कार्यशाला में रखी हैं।प्रतिदिन दर्शनार्थी इन्हें देखने के लिए अयोध्या आते हैं।
सितम्बर 1990 में अयोध्या में मन्दिर निर्माण हेतु पत्थरों कीआपूर्ति और ड्राईंग के अनुसार पत्थरों की नक्काशी प्रारम्भ हुई।अप्रैल 1992 से पत्थर नक्काशी के काम में गति आई। बसन्त पंचमी 1996 से राजस्थान के पिण्डवाड़ा कस्बे में 3 कार्यशालाओं कोनक्काशी का काम अनुबन्ध पर दिया गया। कार्य को तीव्र गति सेकरने के लिए अयोध्या में 2 बड़ी कटर मशीन लगाई गईं।संगमरमर की चौखट बनाने का काम मकराना ( राजस्थान ) मेंअनुबन्ध पर दिया गया। आज तक मन्दिर के फर्श पर लगने वालाThe entire stone , ground on the stand when the en: All Shri 106 column , Surfaceएवं प्रथम तल के रंगमण्डप और गर्भगृह की दीवारें , भूतल की छतके बीम की नक्काशी पूर्णता की ओर है। नक्काशी किया हुआ सम्पूर्णपत्थर अयोध्या में रामघाट पर स्थित कार्यशाला में दर्शनार्थ रखागया है। लकड़ी का बना हुआ मन्दिर का एक माडल और वर्ष 1989 में पूजित 2.75 लाख रामशिलाएं भी इसी कार्यशाला मेंरखी हैं। प्रतिदिन दर्शनार्थी इन्हें देखने के लिए अयोध्या आते हैं।
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